होम स्टे योजना
(Home Stay Plan)
✅चर्चा में क्यों:-
हाल ह़ी में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने थारू जनजाति की अनूठी सभ्यता और संस्कृति से दुनिया को अवगत कराने के लिए ‘होम स्टे’ योजना शुरू की है ।
✅उद्देश्य :
➡️थारु गांवों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ना और आर्थिक गतिविधियों में उन्हें शामिल करना है।
थारू:
थारू, नेपाल व् भारत के सीमावर्ती तराई क्षेत्र में पायी जाने वाली एक जनजाति है। यह जनजाति उत्तर प्रदेश में लखीमपुर, पीलीभीत, बलरामपुर और बहराइच समेत राज्य के तमाम जंगलों में पाई जाती है।
✅मुख्य बिंदु :
➡️होम स्टे योजना के द्वारा वन निगम जंगलों के बीच बसे थारू गांवों को रोजगार से जोड़ कर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की कवायद है ।
➡️इसके तहत जंगलों के बीच बसे थारू लोगों को इन गांवों में बिना किसी निर्माण और तोड़-फोड़ के होम स्टे योजना से जोड़ा जाएगा।
➡️प्राकृतिक रूप से बने आवास और झोपड़ियों का इस्तेमाल ग्रामीणों की सहमति से सैलानियों के ठहरने के लिए किया जाएगा। वन निगम थारू समुदाय के लोगों को सैलानियों से बातचीत और बेहतर व्यवहार का प्रशिक्षण भी देगा। सुरक्षा और सफाई के साथ ही जंगल के नियम सैलानियों को बताने का दारोमदार भी गांव के लोगों पर होगा।
➡️जंगलों के बीच अपने घरों में ठहरने एवं खाने की सुविधा देने के एवज में थारू गांव के लोग सैलानियों से अच्छी कीमत भी ले सकेंगे। प्रत्येक वर्ष देश विदेश से जंगलों में आने वाले सैलानियों को थारू गांवों में रुकने और उनकी अनूठी संस्कृति से जुड़ने व उन्हें समझने का अवसर भी मिलेगा। सैलानियों के जरिये सरकार थारू जनजाति के रहन-सहन, खान-पान, पहनावे और संस्कृति का परिचय देश-दुनिया से कराएगी।
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