विश्व युद्ध अनाथ दिवस
( World War orphan Day )
विश्व युद्ध अनाथ दिवस (World War orphan Day) :-
• युद्ध अनाथों का विश्व दिवस प्रत्येक वर्ष की 6 जनवरी को मनाया जाता है ।
शुरुआत :-
• सर्वप्रथम फ्रांसीसी संगठन , एसओएस एनफैंट्स एन . डिट्रेस द्वारा की गई थी ।
• यूनिसेफ का मानना था की पूर्वोत्तर में लगभग 9,00,000 से अधिक बच्चे द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अनाथ हो गए थे और उनका भविष्य बुरी तरह से प्रभावित हुआ हैं ।
उद्देश्य :-
• इस दिन का उद्देश्य युद्ध के अनाथों को संबोधित करना है क्योंकि , यह दुनिया भर में बढ़ता मानवीय और सामाजिक संकट का रूप है ।
• अनाथालय में बड़े होने वाले बच्चे भावनात्मक , सामाजिक और शारीरिक बाधा तथा परेशानियों को अनुभव करते हैं ।
• इन बच्चो के भविष्य को सुरक्षित करने एवं उन्हें युद्ध और महामारी जैसे मानसिक - उत्पीड़न से बाहर लाने हेतु |
युद्ध अनाथ :-
• एक अनुमान के मुताबिक द्वितीय विश्व युद्ध में यूरोप में लाखों बच्चे अनाथ हुए , पोलैंड में 300,000 तो अकेले यूगोस्लाविया में 200,000 बच्चें अनाथ हुए थे ।
• विश्वयुद्ध अनाथ दिवस ऐसे ही बच्चों की याद में है और इसके साथ ही इस आशा में कि ऐसे युद्धों की फिर पुनरावृति ना हो ताकि कोई भी मातृभूमि के भीतर अनाथ न हो ।
• आज भी अनेक देशों में इन युद्धों में अनाथ हुए बच्चों के पास ना तो शिक्षा की व्यवस्था रही ना ही भोजन और ना ही घर हैं ।
• ऐसे अनाथ बच्चो के लिए World War Orphan Day का प्रारम्भ किया है । ताकि इन बच्चों के भविष्य को सुरक्षित किया जा सके ओर उन्हें युद्ध और महामारी जैसे मानसिक - उत्पीड़न से बाहर लाया जा सके ।
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