भारतीय तटरक्षक दिवस
• आदर्श वाक्य : ‘’वयम् रक्षाम:” अर्थात हम रक्षा करते हैं।
• भारतीय तटरक्षक बल का नेतृत्व भारतीय नौसेना के महानिदेशक, वाइस-एडमिरल रैंक के अधिकारी करते हैं।
• वर्तमान महानिदेशक : कृष्णस्वामी नटराजन
• मुख्यालय : नई दिल्ली
पाँच क्षेत्रों में विभाजित :-
- पश्चिमी क्षेत्र - क्षेत्रीय मुख्यालय : मुंबई,
- पूर्वी क्षेत्र - चेन्नई,
- उत्तर पूर्वी क्षेत्र - कोलकाता,
- अंडमान व निकोबार क्षेत्र - ब्लेयर,
- उत्तर पश्चिमी क्षेत्र - गाँधीनगर, (गुजरात) ।
स्थापना :-
18 अगस्तन 1978 को संघ के एक स्वतंत्र सशस्त्र बल के रूप में संसद द्वारा तटरक्षक अधिनियम, 1978 के तहत की गई।
उद्देश्य :-
• भारत में तटरक्षक का आविर्भाव, समुद्र में भारत के राष्ट्रीय क्षेत्राधिकार के अंदर राष्ट्रीय विधियों को लागू करने तथा जीवन व संपति की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु।
इतिहास :-
• 01 फ़रवरी 1977 को समुद्र में जीवन व संपति की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नौसेना से भिन्न एक अलग संगठन की आवश्यकता महसूस हुई।
• 1974 - श्री के. एफ. रूस्तरमजी की अध्यक्षता में समुद्र में तस्कारी तथा शांतिकाल में उत्पन्न विभिन्न समस्याओं से निपटने के लिए एक समिति का गठन किया गया।
• 25 अगस्त 1976 को भारत का समुद्री क्षेत्र अधिनियम पारित हुआ। इस अधिनियम के तहत भारत ने 2.01 लाख वर्ग किलोमीटर समुद्री क्षेत्र का दावा किया, जिसमें भारत को समुद्र में जीवित व अजीवित संसाधनों के अन्वेषण तथा दोहन का अधिकार प्राप्त हुआ।
• 01 फ़रवरी 1977 - मंत्रिमंडल द्वारा अंतरिम तटरक्षक संगठन का गठन हुआ जो रक्षा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण व नौसेना की तर्ज पर संचालित होगा।
• 18 अगस्त 1978 - भारतीय संसद द्वारा तटरक्षक अधिनियम,1978 के तहत स्थापित ।
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